________________ तेनाहडं च तक्करपओग कूडतुल कूडमाणं च / तप्पडिरूवं च विरुद्धरज्जगमणं च वज्जिज्जा . // 45 // जो चिंतेइ अदिनं गिण्हेमि पयंपए तहा गिण्हे। .. अइयारेसु य वट्टइ पुणो पुणो तस्स भंगो वा // 46 // जे दंतसोहणं पि हु गिव्हंति अदिण्णयं न य मुणिंदा / तेसिं नमामि पयओ निरभिस्संगाण गुत्ताणं // 47 // . अट्ठारसहा बंभं नवगुत्तीपंचभावणासहियं / कामचउवीसरहियं दसहा वा अट्टहा वा वि // 48 // ओरालियं च दिव्वं तिरियं माणुस्सयं पुणो दुविहं / . माणुस्सं सदाराई काए सयकारणाईहिं // 49 // दुविहं तिविहेण विउडियं तु एगविहतिविह तिरियम्मि / मणुयं चरिमे भंगे पच्चक्खाणं चउत्थवए // 50 // गिरिनयरे तिन्नि वयंसियाउ दो जमलगा वणिसुया य / परलोए नपुंसत्तं दोहग्गं चेव दोसा य // 51 // परपुरिसवज्जगाओ इह परलोए य लहइ कल्लाणं / एत्थ सुभद्दा सीया महासई दोनि दिटुंता // 52 // नंगदंसणे फासणे य गोमुत्तगहण कुस्सुमिणे / जयणा सव्वत्थ करे इंदियअवलोयणे य तहा // 53 // परदारवज्जिणो पंच होति तिन्नि उ सदारसंतुटे / इत्थीए तिन्नि पंच व भंगविगप्पेहिं अइयारा // 54 // इत्थी पुरिसेण समं विसयपसंगं करेइ दप्पेणं / तइया भंगो जायइ अइयारो अन्नहा होइ अट्ठारसहा बंभं जे समणा धारयति गुत्तिजुयं / . बहुसावज्जं नाउं तेसिं पणमामि निच्चमहं // 56 // 156