________________ अगीयत्थादाइन्ने, खित्तेऽण्णत्थठिइ अभावम्मि / भावाणुवघायत्तणु-वत्तणाए तेसिं तु वसियव्वं // 200 // इहरा सपरुवघाओ, उच्छुभाईहिं अत्तणो लहुया / .. . तेसि पि पावबंधो, दुगं पि एवं अणि ति : // 201 // ता दव्वओ य तेसिं, अरत्तदुद्वेण कज्जमासज्ज / .. अणुयत्तणत्थमीसं, कायव्वं किं पि नो भावा // 202 // उन्नयमविक्ख निन्नस्स; पसिद्धी उन्नयस्स निनाओ। इय अन्नोन्नावेक्खा, उस्सग्गववाय दो तुल्ला // 203 // मा आयण्णह मा य मन्नह गिरं कुतित्थियाणं तहा, सुत्तुत्तिन्नकुबोहकुग्गहगहघत्थाणमन्नाण वि / णाणिणं चरणुज्जुयाण य तहा किच्चं करेहायरा, निस्सेसं जणरंजणत्थमुचियं लिंगावसेसाण वि // 204 // गुरुकम्माण जियाणं, असमंजसचेट्ठियाणि दट्ठण / / जिंदपओसं मणयं पि, सव्वहा संविवज्जेज्जा // 205 // दुस्समकालसरुवं, कम्मवसित्तं च तेसि जीवाणं / भावेह कुणह गुरु-आयरं च गुणवंतपत्तेसु // 206 // जीवाजीवा पुन्नं, पावा-सव-संवरो य निज्जरणा / बंधो मुक्खो य तहा, नवतत्ता हुंति नायव्वा . // 207 // एगविह-दुविह-तिविहा-चउहा-पंचविह-छवीहा जीवा / चेयणतसइयरेहिं, वेयगइकरणकाएहिं // 208 // पुढवी-आऊ-तेऊ-वाऊ-वणस्सइ तहेव बेइंदी / तेइंदिय-चउरिदिय-पंचिंदियभेयओ नवहा // 209 // एगिदियसुहुमियरा, सन्नियरपणिदिया सबितिचऊ / पज्जत्ता-पज्जत्ताभेएण चउद्दस जीयग्गामा.. // 210 // 146