________________ कल्लं सायं जम्हा, अणेइ वाहरइ तेण कल्लाणं / पुक्खलमिति संपुत्रं, सव्वपहाणं पुण विसालं // 674 // तिविहविसेसणजुतं, सुहमावहई करेइ जीवाणं / जो तस्स भणियमिमिणा, सुयस्स सुयदाणसामत्थं // 675 // को त्ति सयन्नो पुरिसो, देवाईया य पायडा चेव / तेसिं गणेहि दढमच्चियस्स परिपूइयस्स त्ति // 676 // धम्मो सुयधम्मो च्चिय, एए उ सारो य तस्स माहप्पं / . उवलब्भ जाणिऊणं, करेइ लुत्तो इकारो त्थ // 677 // सिढिलित्तमिह पमाओ, भेओ अत्थाओ तम्मि विसयम्मि / जाणियजिणवयणाणं, न एस जुत्तो त्ति भावत्थो // 678 // सिद्धे लद्धपइटे, अक्खलिए कुमयसत्थनिवहेण / अहवा सिद्धे णिच्चे, तिकालभाविप्पहावेण // 679 // सिद्धे वा विक्खाए, सदेव-मणुयाऽसुरम्मि लोयम्मि / भो आमंतणसद्दो, अइसयनाणीण सव्वाणं // 680 // भो ! पेच्छह अइसइणो, पमायचाएण एस पयओ हं / वयणेण तं पयासइ, होउ नमो मे जिणमयस्स // 681 // छट्ठीसत्तमियाणं, नस्थि विभत्तीणमत्थभेओ त्ति / / तेण चउत्थी-अत्थे, निधिट्टा सत्तमी सुत्ते // 682 // अहवा वि नमो अव्वयमवगयतइयाविभत्तियं नेयं / पयओ नमणेणा ऽहं, जिणमयविसए त्ति वक्कत्थो // 683 // अहवा वि न-मा-सद्दा, पडिसेहत्था परोप्परं दो वि / पगयं गति अत्थं, पयओ ऽहं जिणमए सिद्धे // 684 // जिणमयमिह सुयधम्मो, थोडं सो चेव पत्थुओ जम्हा / होइ जियाणं नंदी, जेण सया संजमे तत्तो // 685 // 100