________________ भन्नइ अरिटुमसुहं, नेमी चक्काउहस्स खलु धारां / असुहस्स नेमिभूओ, अरिटुनेमी जिणो तेण // 614 // अहवा. सिवादेवीए, दिटुं सुमिणम्मि तुट्ठिसंजणयं / ख़िरयणं च नेमि, उप्पयमाणं तओ नेमी // 615 // पासइ लोया-ऽलोयं, तीया-ऽणागए य पज्जाए / तम्हा भन्नइ पासो, दुइयं पि हु कारणं एयं // 616 // सप्पं सयणे जणणी, ज पासइ तमसि तेण पासजिणो / पासम्मि समीवम्मि (य) नाणेण जास्स तो पासो // 617 // जम्हा जम्मप्पभिई रूवेण बलेण नाण-चरणेहिं / . जाओ पवड्डमाणो, तेण जिणो वद्धमाणु त्ति // 618 // गय-तुरय-कोस-कोट्ठागार-गाम-नगरेहि भिच्च-रयणेहिं / जायं पवद्धमाणं, नायकुलं जेण अपुदियह // 619 // तिसलादेवीगब्भे, संकेते चरिमजिणवरे जेण ! तुट्टेण ततो पिउणावि वद्धमाणो कयं नामं // 620 // एवं ति भणियविहिणा, मए त्ति अप्पाणमाह वंदारू / अभिमुहभावेण थुया, अभित्थुया नो पमत्तेण // 621 // कम्मं रय त्ति वुच्चइ, बझंतं बद्धयं मलं होइ / विहुयमवणीयमुभयं पि जेहि ते विहुयरयमलया // 622 // जेसि पहीणं नटुं, जरमरणं ते पहीणजर-मरणा / चउवीसं ति य गणणा, अवि-सद्दाओ तदन्ने वि // 623 // रागाइजएण जिणा, ओही-मणनाणिणो वि किर हुंति / तेसि वरा केवलिणो, ते सामन्ना वि हु भवंति // 624 // तो भन्नइ तित्थयरा, तेसिं अत्थो वियाहिओ चेव / .. मे मज्झ पसीयंतु त्ति. तोसवंतो सया होंतु . // 625 // 104