________________ सदोसमवि दित्तेण सुवन्नं वण्हिणा जहा। . तवग्गिणा तप्पमाण तहा जीवो विसुज्झइ . // 72 // ते सूरा ते पंडिया जिण्ह ण माण मट्ट। जे महिलाण न वसिपडिया ते फिरिसहं जेम घट्ट // 73 // करवत्तकूड सामलि वेयरणी कोल मुग्गरप्पमूह / नरयस्स इमं दुक्खं अबंधवो सहसि एगागी // 74 // आहारमिच्छे मियमेसणिज्जं साहायमिच्छे निउणट्ठ बुद्धि। . निकेयमिच्छेज्ज विवेगजुग्गं समाहि कामो समंणो विरत्तो // 75 // न बा लहिज्जा निउणं सहायं गुणाहियं वा गुणओ समं वा। ... इक्को वि पावाई विवज्जयंतो विहरिज कामेसु असज्जमाणो // 76 // जहा य अंडप्पभवा बलागा अंडं बलांगप्पभवं जहा य। एमेव मोहाययणं खुतण्हा मोहंच तण्हाययणं वयंति // 77 // रागो वि दोसो वि य कम्मबीयं कम्मंच मोहप्पभवं वयंति / कम्मं च जाइमरणस्स मूलं दुक्खं च जाइमरणं वयंति // 78 // दुक्खं हयं जस्स न होइ मोहो, मोहो हओ जस्स न होइ तण्हा / तण्हा हया जस्स न होइ लोहो, लोहो हओ जस्स न किंचणाइ // 79 // रसा पगामं न निसेवियव्वा पायं रसा दित्तिकरा नराणं। दित्तं च कामा समभिद्दवंति दुमं जहा साहुफलं व पक्खी // 80 // जहा दवग्गी पउरिंधणो वणे स मारुओ नोवसमं उवेइ / पंचिंदियग्गीविपगामभोइणो न बंभयारिस्स हिआय कस्सइ // 8 // विवित्त सेज्जासण जंतियाणं ओमासणाणं दमि इंदिआणं। . न राग सत्तू धरिसेइ चित्तं पराइओ वाहि रिवोसहेहिं // 82 // जहा बिराल वसहिस्स मूले न मूसगाणं वसही पसथा। . एमेव इत्थी निलयस्स मूले न बंभयारिस्स खमो निवासो. // 83 // 294