________________ // 12 // // 13 // // 14 // // 15 // // 16 // // 17 // कोहानलं जलंतं पज्जालंतं सरीर तिणकुडीरं / संवेग सीय सीयल-खमाजलेणं च विज्झवह तणुगहणवन्नुप्पन्न अम्मुलंतविवेयतरु मणहं / मिउभावअंकुसेणं माणगयंदं वसीकुणह जा अइकुडिला डसइ अप्पापुरिसं च विस्सदोहयरा / अज्जवमहोरग्गेणं तं माया सप्पिणि जिणह सुहं देहसिरिखराओ जीवनिवइणोय गुणगण निहाणं / गिण्हतं हो साहह तण्हाचोरं महाघोरं / इच्छानिरोह मुग्गर-पहारपूरेण लोहगुरुकुंभं। तह संचुन्नह विबुहा पुण वि ण जह तारिसो होइ देहुज्जाणाणु(ओ)विय निहरमाणंच मोहवेयालं। . अण्णाणजणणिपुत्तं कीलह वेरग्गमतेण चऊविहकसायरुक्खो हिंसादढमूल विसयबहुसाओ / जम्मजरामरणफलो उम्मुलेयव्वो य मूलाओ . भीमम्मि भवसमुद्दे पडिया कीसंति पाणिणो मूढा / न सरति निरुय वेरग्ग बंधणं बंधण-विमुक्वं करुणाकमलाइन्ने आगम उज्जल जलेण पडिपुन्ने / बारस भावण हंसे झीलह वेरग्ग पउम दहे .. कल्लोलचवललच्छी सयणाणं संगमा सुविणतुल्ला / तडिदिवचलं वियाणह जुव्वणदेहं जरागेहं सिद्धिपुर बार अग्गल सरिसं उज्झिय ममत्तभावं खु / तण्हामहाहि-मंतं चिंतसु निम्ममत्तणं धीर इंदाइयाय देवा मरंति कालेण पीडियाऽसरणा। ता तुब्भ मरणकाले होही को नाम सरणं च // 18 // // 19 // // 20 // // 21 // // 22 // // 23 // 289