________________ अकयं को परिभुंजइ ? सकयं नासेज्ज कस्स किर कम्मं ? / सकयमणु/जमाणे कीस जणो दुम्मणो होइ ? // 171 // दुप्पत्थिओ अमित्तं अप्पा सुप्पत्थिओ हवइ मित्तं / सुहदुक्खकारणाओ अप्पा मित्तं अमित्तं वा // 172 // वारिज्जंतो वि हु गुरुयणेण तइया करेसि पावाइं। सयमेव किणियदुक्खो रूससि रे जीव ! कस्सिण्हेिं // 173 // सत्तमियाउ अन्ना अट्ठमिया नत्थि निरय पुढवि त्ति / एमाइ कुणसि कूडुत्तराई इण्डिं किमुव्वयसि ? // 174 // इय चिंताए बहुवेयणाहिं खविऊण असुहकम्माई / जायंति रायभुवणाइएसु कमसो य सिझंति // 175 // अन्ने अवरोप्पर कलह भावओ तहय कोवकरणेणं / पावंति तिरियभावं भमंति तत्तो भवमणंतं // 176 // पाणिवहेणं भीमो कुणिमाहारेण कुंजरनरिंदो। . आरंभेहि य अथलो नरयगईए उदाहरणा . / / 177 // एवं संखेवेणं निरयगई वनिया तओ जीवा। पाएण होति तिरिया तिरियगई तेणऽओ वोच्छं // 178 // एगिदिय विगलिंदिय पंचिंदिय भेयओ तहिं जीवा / परमत्थओ य तेसिं सरूवमेवं विभावेज्जा // 179 // पुढवीफोडण संचिणणहलमलखणणाइदुत्थिया निच्चं / नीरं पि पियण तावण घोलण सोसाइ कय दुक्खं // 180 // अगणी खोट्टण चूरण जलाइ सत्थेहिं दुत्थियसरीरा / वाऊ वीयण पिट्टण उसिणाणिल सत्थकयदुत्थो // 181 / / छेयण सोसण भंजण कंदणदढ दलण चलण मलणेहिं / उल्लूरणउम्मूलण दहणेहि य दुक्खिया तरुणो // 182 // 103