________________ वसहि 1 कह निसिग्जिं 3 दिय 4 कुटुंतर 5 पुव्वकीलिय६ पणीए 7 अइमायाहार 8 विभूसणाई 9 नव बंभगुत्तीओ // 21 // एअं वरसीलकुलं जो पढइ मुणेइ भत्तिराएणं / सो पावइ निव्वाणं अचिरेण विमाणवासं वा // 22 // ॥मदादिविपाककुलकम् // रज्जाइभोगतिसिया, अट्टवसट्टा पडंति तिरिएसुं / जाईमएण मत्ता, किमिजाइं चेव पावंति // 1 // कुलमत्ति सियालित्ते, उट्टाईजोणि जंति रुवमए / बलमत्ते वि पयंगा, बुद्धिमए कुक्कडा हुंति रिद्धिमए साणाइ, सोहग्गमएण सप्पकागाई / नाणमएण बइल्ला, हवंति मय अट्ठ अइदुट्ठा कोहणसीला सीही, मायावी बगत्तणम्मि वच्चंति / लोहिल्ल मूसगत्ते, एवं कस्लाएहिं भमडंति . // 4 // माणसदंडेणं पुण, तंदुलमच्छा हवंति मणदुट्ठा / सुयतित्तरलावाई, होउ वायाइ बझंति कारण महामच्छा, मंजारा (उ) हवंति तह कूरा / तं तं कुणंति कम्मं, जेण- पुणो जंति नरएसुं // 6 // फासिदियदोसेणं, वणसुयरत्तम्मि जंति जीवा वि / जिहालोलुय वग्घा, घाणवसा सप्पजाईसुं // 7 // नयणिदिए पयंगा, हुं ति मया पुण सवणदोसेणं / एए पंच वि निहणं, वयंति पंचिदिएहिं पुणो // 8 // जत्थ य विसयविराओ, कसायचाओ गुणेसु अणुराओ / किरिआसु अप्पमाओ, सो धम्मो सिवसुहो लोए // 9 //