________________ खीरं कामुद्दीवणवंजण-माहारमइपणीयं च / जणसमवाए कोउगपलोयणं धम्मठाणबहिं . .. // 9 // परगिहगमणं एगागिणीइ, रत्तीइ बाहिनिस्सरणं / ... चमचमिरथूलतोआल-तलियाण परिहरणं // 10 // सिंगारत्थं दप्पणपलोयणं, मितिआइ नहरागो। .. एमाइ विहवमहिला विवज्जए सीलरक्खट्ठा // 11 // धण-भवण-रंयणमाई, सव्वं किज्जइ पुणो विणटुं पि। सीलं जइ वि विणटुं, तओ विणटुं जगं. सव्वं // 12 // . चुकंति अ धम्माओ, सुनिम्मलं नियकुलं कलंकंति / लज्जावंति गुरूणं सीलब्भट्ठाओ नारीओ // 13 // निम्मल-निम्मुल्ल-महल्लसीलमाणिक्कमंडीअंगीणं / कुंडल-हाराइविभूसणेहिं का नाम आसंसा // 14 // सुविसुद्धसीलगोसीसचंदणालेवलडहदेहाणं / मिगनाहि-कुंकुमाईसु, मणयं पि मणो न वीसमई // 15 // चंदुज्जलसीलनियंसणेण सव्वंगचंगिमधुरीणं / . पडिपट्टघट्टसिंगारमाइ भारु च्चिअ सईणं // 16 // विसयविसवल्लिपल्लवतुल्लेसुं नागवल्लिपत्तेसुं / रज्जति सच्चदल-सील-पूगसुरहीकयनिअंगा // 17 // वंकं गमणं, वंकं पलोयणं, तह य वंकमालवणं / अइहासुब्भडवेसो, पंच वि सीलस्स दोसा उ // 18 // खंती तवोविहाणं, लज्जा विणओ, अ इंदियदमो अ। .. नाणऽब्भासो अहियासणाई, इय सीलभूसणया // 19 // साहम्मियसंसग्गी, गुरुसामग्गी, कुसंगविणिवत्ती।। सुविसालसीलकप्पडुमस्स हुंति वाडीओ . // 20 // 38