________________ जो धत्तूरयफुल्लु समुज्जलु पिक्खिवि लग्गउ तित्थु समुज्जलु। जइ सो तसु रसु पियणह इच्छइ ता जगु सव्वु वि सुन्नउ पिच्छइ 12 इय मणुयत्तु सुदुल्लहु लद्धउ कुलबलजाइ गुणेहिं समिद्धउ / दस दिटुंत इत्थ किर दिन्ना इहु निष्फलु ता नेहु म धन्ना // 13 // लद्धि नरत्ति अणारियदेसेहिं को गुणु तह विणु सुगुरुवएसिहि ? / आरियदेस जाइकुलजुत्तउ काइ करेइ नरत्तु वि पत्तउ? // 14 // जहि किर आउ होइ संखित्तउ तित्थु न कज्जु पसाहइ वुत्तउ। तं पि बहुत्तु होइ जइ पुन्निहि जित्थु गुरुत्तु सुणिज्जइ कंनिहि // 15 // सदहाणु तव्वयणु सुणंतह विरला कसु वि होइ गुणवंतह / पढहिं गुणहि सिद्धंतु बहुत्तइ सद्दहाणु पर नत्थि जिणोत्तइ // 16 // अविहि पयट्टहि विहिपरु दूसहि पडिउ पवाहि लोउ सु पसंसहि। अणुसोयह पडिसोयह अंतरु न कुणहि खवणय जेव निरंतरु // 17 // करिवि जिणो त्ति धम्मि जण लग्गा दूरिण जंति सुगुरुसुइभग्गा। विहिपहपक्खइ जिणु मुणिं वंदहिं तं मग्गट्ठिउ जणु अहिणंदहि 18 जमणाययणु जिणेहि निदंसिउ तं वंदहि बहुलोयनमंसिउ। जे रयणित्थि लोय ते थोवा अइसउ न मुणवि अंतरु धोवा // 19 // पारतंतु विहिविसउ न बुज्झहि जो परियाणइ तिणि सहु जुज्झहि / सो भसमग्गहगहिउ निरुत्तउ दसमच्छेरएण सो भुत्तउ // 20 // अहह ! हुंड अवसप्पिणि दुट्ठी जह अस्संजयपूई पयट्ठी। तासु वि दूसम जाय सहाइणि जव्वस हूय पय पावह भाइणि // 21 // ... तह वि जहन्न वीस जा विरुई ताण पयट्ठ गुणह गरुई। तासु अंति संवच्छर जि हुया खउ पाविय पय पुण तहि बहुया 22 / ईसर धम्म-पमत्त जि अच्छहि पाउ करेवि ति कुगइहिं गच्छहि / धम्मिय धम्मु करंति जि मरिसिहि ते सुइ सयलु मणिच्छिउ लहिसिहि 1