________________ // 7 // अप्पुव्वकरणमुग्गरघायविहियदुद्रुगंठिभेऊ सो / अंतमुहुत्तेण गओ ऽनियट्टिकरणे विसुझंतो // 6 // सो तत्थ रणे सुहडु व्व, वेरिजयजणिअपरमआणंदं / सम्मत्तं लहइ जीवो, सामनेणं तुह पसाया तं चेगविहं, दुविहं, तिविहं तह चउविहं च पंचविहं / तत्थेगविहं जं तुह पणीयभावेसु तत्तरुई 1 // 8 // दुविहं तु दव्व 1 भावा 2, निच्छयश्ववहारओ 2, अ अहवाऽवि / निस्सग्गु 1 वएसाओ 2, तुह वयणविऊहिं निद्दिटुं // 9 // तुह वयणे तत्तरुई, परमत्थमजाणओ वि दव्वगयं 1 / सम्मं भावगयं पुण परमट्ठवियाणओ होइ 2 // 10 // निच्छयओ सम्मत्तं, नाणाइमयऽप्पसुहपरिणामो 1 / / इयरं पुण तुह समए भणिअं सम्मत्तहेऊहिं 2 // 11 // जल-वत्थ-मग्ग-कुद्दव-जराइनाएहिं जेण पण्णत्तं / निस्सग्गुवएसभवं सम्मत्तं तस्स, तुज्झ नमो 1-2 // 12 // तिविहं कारग 1 रोयग 2 दीवग 3 भेएहिं तुह मयविऊहिं / खाओवसमो 1 वसमिय 2 खाइय 3 भेएहिं वा कहियं // 13 // जं जह भणियं तुमए, तं तह करणम्मि कारगं होइ 1 / रोयगसम्मत्तं पुण रुइमित्तकरं तु तुह धम्मे 2 // 14 // सयमिह मिच्छद्दिट्ठी, धम्मकहाईहिं दीवइ.परस्स / दीवगसम्मत्तमिणं, भणंति तुह समयमयमइणो 3 . // 15 // अप्पुव्वकयतिपुंजो मिच्छमुइण्णं खवित्तु अणुइण्णं / उवसमिउं अनियट्टीकरणाओ परं खओवसमो 1 // 16 // अकयतिपुंजो ऊसर-दवईलिअदडरुक्खनाएहिं / / अंतरकरणुवसमिओ उवसमिओ वा स सेणिगओ 2 // 17 // 140