________________ // 69 // एवंविह सुहकिच्चं पगईए भद्दगस्स भव्वस्स। परसमयबाहिरस्स उ णिच्छयओ ण उण इअरस्स जह संगमणयसारप्पमुहाणं बोहिबीअमुणिदाणं / अंबडपमुहाणं पुण जिणाइउवएससवणाई .. // 70 // तीए णुमोअणाए विसओ णाणाइपवरमुत्तिपहो / तस्साहणाणि णाणाविहाणि विसओ अ दुण्हं पि // 71 // बीआ य अप्पसत्था मिच्छादिट्ठिस्स आभिगहिअस्स। .. हुज्जाभिणिवेसिस्सा पाएण विसेसओ अ तहा // 72 // तीए विसओ णिअमयधम्मिअकिच्चाइ हुंति दुण्हं पि। तत्थ वि अभिगहिअस्स य सहेतुणो इंदिअत्था वि // 73 // आराहग-णाराहग-विराहगा-तिण्णि माणवा कमसो। . उत्तम-मज्झिम-अहमा जिणवरआणं समहिगिच्च // 74 // पत्थिअविहिदत्ताए जिणआणाए तहण्णहाकरणे / पढमंतिमाउ णाणा इअरे णांराहगा वि तहा // 75 // उस्सुत्तदेसणाए विराहगो सो उ दिट्ठिविससप्पो। अण्णेसिं तो हुज्जा दूर दूरेण परिचज्जो // 76 // दिट्ठिविसं णिअमग्गप्परूवगो उसभाइ अरिहंतो। इअ वयणं अइदूरट्ठिआणमवि मरणहेउ त्ति जइ वि हु आभिग्गहिओ संसारपहत्तणेण तुल्लो वि। तह वि जिणसमयसत्तावाई इअरो अ विवरीओ // 78 // दुण्ह वि धम्मिअकिच्चं पसत्थणामं पि (रूवं पि) अक्कपयकप्पं / जं तं चिअ मिच्छत्तं ण उणं तह इंदिअत्था वि // 79 // जइ सोहणम्मि धम्मिअमइप्पमाणं ति धम्मबुद्धीए। . जिणसमयचयणचायणपमुहं सव्वं सुहं हुज्जा // 8 // પર // 77 //