________________ // 72 // // 73 // // 74 // // 75 // // 76 // // 77 // तह तिहुयणतणुविसयं, मणोविसं जोगमंतबलजुत्तो / परमाणुम्मि निरंभइ, अवणेइ तओ वि जिणविज्जो उस्सारियेंधणभरो, जह परिहाइ कमसो हुयासु व्व / थोविंधणावसेसो, निव्वाइ तओऽवणीओ य तह विसइंधणहीणो, मणोहुयासो कमेण तणुयम्मि / विसइंधणे निरंभइ, निव्वाइ तओऽवणीओ य तोयमिव नालियाए, तत्तायसभायणोदरत्थं वा / परिहाइ कमेण जहा, तह जोगिमणोजलं जाण एवं चिय वयजोगं, निरंभइ कमेण कायजोगं पि / तो सेलेसो व्व थिरो, सेलेसी केवली होइ उप्पाय-ट्ठिइभंगाइ-पज्जयाणं जमेगवत्थुम्मि / नाणानयाणुसरणं, पुव्वगयसुयाणुसारेणं . सवियारमत्थवंजण - जोगंतरओ तयं पढमसुक्कं / . होइ पुहुत्तवितकं, सवियारमरागभावस्स जं पुण सुणिकंपं, निवायसरणप्पईवमिव चित्तं / उप्पाय-ट्ठिइ - भंगाइयाणमेगं पि पज्जाए अवियारमत्थवंजण-जोगंतरओ तयं बितियसुकं / पुव्वगयसुयालंबण-मेगत्तवितक्कमविचारं निव्वाणगमणकाले, केवलिणो दरनिरुद्धजोगस्स। सुहुमकिरियाऽनियट्टि, तइयं तणुकायकिरियस्स तस्सेव य सेलेसीगयस्स, सेलो व्व निप्पकंपस्स / वोच्छिन्नकिरियम-प्पडिवाइ ज्झाणं परमसुकं पढम जोंगे जोगेसु वा, मयं बितियमेकजोगम्मि / तइयं च कायजोगे, सुक्कमजोगम्मि य चउत्थं मापस्स . // 78 // // 79 // // 80 // // 81 // // 82 // // 83 //