________________ // 24 // // 25 // परास्त // 26 // // 27 // // 28 // // 29 // एयं चउव्विहं राग-दोस-मोहाउलस्स जीवस्स / रोद्दज्झाणं संसार-वद्धणं नरयगइमूलं कावोय-नील-काला लेस्साओ तिव्वसंकिलिट्ठाओ। रोद्दज्झाणोवगयस्स, कम्मपरिणामजणियाओ लिंगाइ तस्स उस्सण्ण-बहुल-नाणाविहामरणदोसा / तेसिं-चिय हिंसाइसु, बाहिरकरणोवउत्तस्स परवसणे अहिनंदइ, निरवेक्खो निद्दओ निरणुतावो। हरिसिज्जइ कयपावो, रोद्दज्झाणोवगयचित्तो झाणस्स भावणाओ, देसं कालं तहाऽऽसणविसेसं / आलंबणं कमं, झाइयव्वयं जे य झायारो तत्तोऽणुप्पेहाओ, लेस्सा लिंगं फलं च नाऊणं। . धम्मं झाइज्ज मुणी, तग्गयजोगो तओ सुक्कं पुवकयब्भासो, भावणाहि झाणस्स जोग्गयमुवेइ / ताओ य नाण-दसण-चरित्त-वेरग्गनियताओ . णाणे णिच्चब्भासो, कुणइ मणोधारणं विसुद्धि च / णाणगुण-मुणियसारो, सो झाइ सुनिच्चलमईओ संकाइदोसरहिओ, पसमथेज्जाइगुणगणोवेओ। होइ असंमूढमणो, दंसणसुद्धीए झाणम्मि नवकम्माणायाणं, पोराणविणिज्जरं सुभायाणं / चारितंभावणाए, झाणमयत्तेण य समेई सुविदियजगस्सभावो, निस्संगो निभओ निरासो अ। वेरग्गभावियमणो, झाणम्मि सुनिच्चलो होइ निच्चं चिय जुवइ-पसु-नपुंसग-कुसीलवज्जियं जइणो। ठाणं वियणं भणियं, विसेसओ झाणकालम्मि 5 // 30 // // 31 // // 32 // // 33 // // 34 // // 35 //