________________ आइल्लाण चउण्हं, समयंतमुहत्तयाई सेसाई / णिग्गंथो अ दुहा वि हु, अंतमुहुत्तं, पवडतो . // 107 // अंतमुहुत्तुक्कोसं, समयं च अवट्ठिओ जहन्नेणं। अण्णे अवट्ठियमिमं, उक्किट्ठ बिति सग समया - // 108 // ण्हायस्स वड्डमाणो, अंतमुहुत्तं दुहा वि परिणामो / एवं ठिओ जहन्नो, उक्कोसो पुव्वकोडूणा // 109 // णिग्गंथण्हायगाणं, वुड्डी फलवुड्डिणिम्मिया णेया। णो ठाणंतरजणिया, एगं ठाणं जओ दुण्हं .. // 110 // बंधो कम्मग्गहणं, तत्थ पुलायम्मि सत्त पयडीओ।। बउसासेविसु अट्ठ वि, सकसाओ छसगअडबंधी // 111 // उवसंतखीणमोहो णिग्गंथो वेअणिज्जमविक्कं / पहाओ उ सायवेज्जं, बंधइ बंधेण रहिओ वा // 112 / / वेओ कम्माणुदओ, तत्थ य अडवेयगा उ चउरो वि। णिग्गंथो सत्तण्हं, चउण्ह पुणं वेअगो हाओ .. // 113 // उदयावलिआखेवो, जत्तेणोदीरणं अपत्तस्स / . तत्थ पुलाओ छण्हं, उदीरगो तहसहावाओ // 114 // अट्ठण्हं सत्तण्ह व, बउसासेवी व छण्ह पयडीणं / / एवं चिय सकसाओ, उदीरगो वा वि पंचण्हं // 115 // णिग्गंथो पंचण्हं, दोण्हं व उदीरगो विणिद्दिट्ठो। दोण्हं चेव सिणाओ, उदीरणावज्जिओ व हवे // 116 // उवसंपया य जहणं, मिलिअं उवसंपजहणमिय सिद्ध। . मिलिअंच इमं भणिअं, णिच्चाणिच्चत्तसिद्धत्थं // 117 // चइऊण पुलायत्तं, तत्थ कसाई हवे अविरओ वा। बउसत्तचुओ वि तहा, पडिसेवी सावगो वा वि . // 118 // to