________________ इच्चेसो पंचविहो, ववहारो आभवंतिओ णाम / भणिओ पायच्छिंत्ते, ववहारमओ परं वुच्छं // 271 // दव्वे खित्ते काले, भावे य चउव्विहो इमो होइ। सच्चित्ते अच्चित्ते, दुविहो पुण होइ दव्वम्मि // 272 // पुढविदगअगणिमारुअवणस्सइतसेसु होइ सच्चित्ते / पिंडोवहि अच्चित्ते, दस पन्नरसे व सोलसंगे // 273 // अहवा अट्ठारसगं, परिसे इत्थीसु वज्जिआ वीसं / दसगं णपुंसकेसु अ, भणिआ आरोवणा तत्थ // 274 // जणवय अद्ध णिरोहे, मग्गातीते अ होइ खित्तम्मि / दुभिक्खे य सुभिक्खे, दिया व सओ व कालम्मि // 275 // भावे जोगे करणे, दप्प पमाए अ होइ पुरिसे अ। . दव्वाइवसा दिज्जा, तम्मत्तं हीणमहिअं वा // 276 // दिज्जाऽहिअं पि णाउं, बलिअं सुलहं च दव्वमसाणाई / हीणं पि दिज्ज तं पुण, नाऊणं दुब्बलं दुलहं . // 277 // लुक्खे खित्ते हीणं, सीए अहिअं जहट्ठिअं दिज्जा। साहारणम्मि खित्ते, एवं काले वि तिविहम्मि // 278 // गिम्हसिसिरवासासु, दिज्जऽटुमदसमबारसंताई / णाउं विहिणा णवविहसुअववहारोवदेसेणं . // 279 // पक्खावत्तीदाणे, कालतिगे णवविहम्मि वनहारे / ति णव सगवीस इगसी, भेआ णेया जहाजंतं // 280 // अट्ठमदसमदुवालसचरमो कालत्तयम्मि खवणाई / निविअ पुरिमासणंबिल, इग बि ति चउ पंच वा णवहा // 281 // गुरुलहुलहुसापक्खा, पिहो तिहा तिगुरु गुरुतरा गुरुआ। लहुतम लहुतर लहुआ, लहुसतमा लहुसतर लहुसा // 282 // 41