________________ जीवाइभाववाओ जो दिट्टेट्ठाहिं .णो खलु विरुद्धो। बंधाइसाहगों तह एत्थ इमो होइ तावो त्ति // 1080 // एएण जो विसुद्धो सो खलु तावेण होइ सुद्धो त्ति / एएण वा असुद्धो सेसेहि वि तारिसो नेओ // 1081 // संतासंते जीवे णिच्चाणिच्चायणेगधम्मे अ। जह सुहबंधाईआ जुज्जंति न अण्णहा निअमा // 1082 // संतस्स सरूवेणं पररूवेणं तहा असंतस्स / हंदि विसिट्ठत्तणओ होति विसिट्ठा सुहाईआ // 1083 // इहरा सत्तामित्ताइभावओ कह विसिट्ठया एसिं? / तयभावम्मि तयत्थे हन्त पयत्तो महामोहो // 1084 // निच्चो वेगसहावो सहावभूअम्मि कह णु सो दुक्खे ? / तस्सुच्छेअनिमित्तं असंभवाओ पयट्टिज्जा // 1085 // एगंतानिच्चो वि अ संभवसमणंतरं अभावाओ। परिणामहेउविरहा असंभवाओ उ तस्स त्ति - // 1086 // ण विसिटुकज्जभावो अणईअविसिट्टकारणत्ताओ। एगंतऽभेअपक्खे निअमा तह भेअपक्खे अ // 1087 // पिंडो पडोव्व ण घडो तप्फलमणईअपिंडभावाओ। तयईअत्ते तस्स उ तहभावा अन्नयाइत्तं . // 1088 // एवंविहो उ अप्पा मिच्छत्ताईहिं बंधई कम्मं / संम्मत्ताईएहि उ मुच्चइ परिणामभावाओ // 1089 // सकडुवभोगोऽवेवं कहंचि एगाहिकरणभावाओ। इहरा कत्ता भोत्ता उभयं वा पावइ सया वि // 1090 // वेएइ जुवाणकयं वुड्ढो चोराइफलमिहं कोई। ण य सो तओ ण अन्नो पच्चक्खाईपसिद्धीओ // 1091 // 1