________________ पल्ले महइमहल्ले कुंभं पक्खिवइ सोधए नालि / अस्संजए अविरए बहु बंधइ निज्जरे थोवं // 756 // पल्ले महइमहल्ले कुंभं सोधेइ पक्खिवे नालि / जे संजए पमत्ते बहु निज्जरे बंधई थोवं // 757 // पल्ले महइमहल्ले कुंभं सोहेइ पक्खिवे ण किंचि / . जे संजये अपमत्ते बहु निज्जरे बंधति न किंचि // 758 // एचमिह ओघविसयं भणियं सव्वे ण एवमेव त्ति / अस्संजतो उ एवं पडुच्च उस्सन्नभावं तु // 759 // पावइ बंधाभावो उ अन्नहा पोग्गलाणऽभावातो / इय वुड्ढिगहणतो ते सव्वे जीवेहिं जुज्जन्ति // 760 // मोक्खोऽसंखेज्जातो कालाओ ते य जं जिएहितो / भणियाऽणंतगुणा खलु ण एस दोसो ततो जुत्तो // 761 // गहणमणंताण किं ण जायइ समएण? ता कहमदोसो ? / / आगमसंसाराओ ण तहाऽणंताण गहणं तु . // 762 // आगममोक्खाओ किं ? विसेसविसयत्तणेण सुत्तस्स / . तं जाविह संपत्ती न घडइ तम्हा ण दोसो तु // 763 // सा किं सहावतो च्चिय उदाहु गुणसेवणाएँ इट्ठ त्ति ? / जइ ता सहावओ च्चिय उर्ल्ड पि निरत्थिगा किरिया // 764 // अह उ गुणसेवणाए मिच्छादिट्ठिस्स के गुणा पुट्विं ? / तविहबंधातो चे सो वि तहा केण कज्जेण? // 765 // परिणामविसेसातो, तस्स वि य तहाविहस्स को हेऊ ? 1. जइ ताव सहावो च्चिय, पडिभणिओ हंत सो पुव् i // 766 // हेउअभावो य तओ न पुण पयत्यंतरं मतो तुब्भ / / ईसरमादिप्पसंगा एवं च स किन सव्वेसि ? // 767 // Sx