________________ नियमेण तस्स चातो कहंचि ननु (तु) सव्वझे (हे) व भणितमिणं / एवं च तादवत्थे निच्चत्तं कस्स व विरुद्धं ? // 420 // पच्चक्खेणेव तहा अणुगमवइरेगगहणतो सिद्धं / वत्थु परिणामी (म) रूवं मिम्मयघडवेदणाउ त्ति // 421 // सिय णेदं पच्चक्खं वियप्पतो. तमविगप्पगं होउ / / तेण वि तहेव सो णण घेप्पइ जम्हा सरूवेण . // 422 // न य तस्स तं ण रूवं कारणनियमादिभावतो णेयं / .. पच्चक्खपिट्ठभावी हंत विह(य)प्पो विणा हेऊ // 423 // तस्सामत्थप्पभवो न य स सजातीयभेदगहरूवो। . ता तं पि तहारूवं गेण्हइ किंवा तमन्नं ति? // 424 // तं चिय उभयविभिन्नं किन्न वियप्पो वि तारिसो होइ ? / सारिक्खविप्पलंभा तह भेदे किमिहं सारिक्खं ? // 425 // अह भंतं अपहुं वा तम्मि सजातीयभेदगहणम्मि। इतरम्मि तु णो. एवं उभयसभावादिदोसाओ .. // 426 // निच्छयनाणेण तहा जारिसतो सो वगम्मती भावो / जइ तेण वि तारिसओ तो तस्स गिहीतगाहित्तं // 427 // अज्झवसियतब्भावा दिस्सविगप्पाण एगकरणेण / तम्मि पवत्ती पत्ती जुज्जति नतु अन्नहा किंचि // 428 // अच्चंतं भेदाओ अतिप्पसंगातो किंच तं मोत्तुं / तुल्ले अवबोहत्ते उग्गहमेत्तम्मि को रागो ? // 429 // अह सोऽबाहितविसओ इतरस्स वि हंत केण बाधा तु ? / अत्थे सद्दाभावा तदणुगतत्ता य तस्स त्ति // 430 // अत्थगयसद्दगहणा णो तदणुगतो ततो त्ति अवि एवं / तब्बोहसहजमणवइजोगाओ कम्महेऊतो // 431 // 38