________________ असणं ओयणसत्तुगमुग्गजगाराइ खज्जगविही य / खीराई सूरणाई मंडगपभिई य विण्णेयं // 221 // पाणं सोवीरजवोदगाइ चित्तं सुराइगं चेव / आउक्काओ सव्वो कक्कडगजलाइयं च तहा // 222 // भत्तोसं दन्ताई खज्जूरं नालकेरदक्खादी / कक्कडिगंबगफणसाइ बहुविहं खाइमं णेयं // 223 // दंतवणं तंबोलं चित्तं तुलसीकुहेडगाई य / महुपिप्पलिसुंठाई अणेगहा साइमं होइ // 224 // लेसुद्देसेणेए भेया एएसिं दंसिया एवं / एयाणुसारओ चिय सेसा सयमेव विण्णेया // 225 // तिविहाइभेयओ खलु एत्थ इमं वण्णियं जिणिदेहि / एत्तो च्चिय भेएसु वि सुहुमं ति बुहाणमविरुद्धं // 226 / / अण्णे भणंति जतिणो तिविहाहारस्स ण खलु जुत्तमिणं / सव्वविरइउ एवं भेयग्गहणे कहं सा उ? // 227 / / अपमायवुड्डिजणगं एयं एत्थं पि दंसियं पुव्वं / तब्भोगमित्तकरणे सेसच्चागा तओ अहिगो . // 228 // एवं (कहिचि) कहंचि कज्जे दुविहस्स वि तण्ण होति चिंतमिणं / सच्चं जइणो णवरं पाएंण ण अण्णपरिभोगो // 229 // विहिणा पडिपुण्णम्मि भोगो विगए य थेवकाले उ। सुहधाउजोगभावे चित्तेणमणाकुलेण तहा // 230 // काऊण कुसलजोगं उचियं तक्कालगोयरं णियमा / गुरुपडिवत्तिप्पमुहं मंगलपाठाइयं चेव // 231 // सरिऊण विसेसेणं पच्चक्खायं इमं मए पच्छा / / तह संदिसाविऊणं विहिणा जति धम्मरया // 232 // 223