________________ तम्हा उ तदाभासा अण्णा एस त्ति णायओ णेयां / मोसाभासाणुगया तदत्थभावाणिओगेणं // 139 // : सुहफलजणणसभावा चिंतामणिमाइए वि णाभव्वा / पावंति किं पुणेयं परमं परमपयबीयं ति // 140 // भव्वा वि एत्थ णेया जे आसन्ना. ण जाइमेत्तेणं / जमणाइ सुए भणियं एयंण उ इट्ठफलजणगं . // 141 // विहिअपओसो जेसिं आसण्णा ते वि सुद्धिपत्त त्ति / खुद्दमिगाणं पुण सुद्धदेसणा सीहणायसमा // 142 // आलोचिऊण एवं तंतं पुव्वावरेण सूरीहिं / विहिजत्तो कायव्वो मुद्धाण हियट्ठया सम्म // 143 // तिव्वगिलाणादीणं भेसजदाणाइयाइं णायाइँ / दट्ठव्वाइँ इहं खलु कुग्गहविरहेण धीरेहिं // 144 // // 4 // पूजाविधिपञ्चाशकम् // नमिऊण महावीरं जिणपूजाए विहिं पवक्खामि / संखेवओ महत्थं गुरुवएसाणुसारेण // 145 // विहिणा उ कीरमाणा सव्व च्चिय फलवती भवति चेट्ठा / इहलोइया वि किं पुण जिणपूया उभयलोगहिया // 146 // काले सुइभूएणं विसिट्ठपुप्फाइएहिं विहिणा उ। सारथुइथोत्तगरुई जिणपूजा होइ कायव्वा // 147 // . कालम्मि कीरमाणं किसिकम्मं बहुफलं जहा होइ। . इय सव्व च्चिय किरिया णियणियकालम्मि विण्णेया // 148 // सो पुण इह विण्णेओ संझाओ तिण्णि ताव ओहेण / वित्तिकिरियाऽविरुद्धो अहवा जो जस्स जावइओ * // 149 // 216