________________ एयस्स पुव्वदक्खिणभागेणं मग्गओ गणधरस्स / मुणिवसभाणं वेमाणिणीण तह साहुणीणं च // 68 // इय अवरदक्खिणेणं देवीणं ठावणा मुणेयव्वा / भवणवइवाणमंतरजोइससंबंधणीण त्ति // 69 // भवणवइवाणमंतरजोइसियाणं वा एत्थ देवाणं / अवरुत्तरेण णवरं निद्दिट्ठा समयकेऊहिं // 70 // वेमाणियदेवाणं णराण णारीगणाण य पसत्था / पुव्वुत्तरेण ठवणा सव्वेसि णियगवण्णेहि // 71 // अहिणउलमयमयाहिवपमुहाणं तह य तिरियसत्ताणं / . . बितियंतरम्मि एसा तइए पुण देवजाणाणं // 72 // रइयम्मि समोसरणे एवं भत्तिविहवाणुसारेणं / सुइभूओ उ पदोसे अहिंगयजीवो इहं एइ / / 73 / / भुवणगुरुगुणक्खाणा तम्मी संजायतिव्वसद्धस्स / विहिसासणमोहेणं तओ पवेसो तहिं एवं वरगंधपुप्फदाणं सियवत्थेणं तहच्छिठयणं च / / आगइगइविण्णाणं इमस्स तह पुप्फपाएणं // 75 // अभिवाहरणा अण्णे णियजोगपवित्तिओ य केइ त्ति / दीवाइजलणभेया तहुत्तरसुजोगओ चेव बाहिं तु पुप्फपाए वियडणचउसरणगमणमाईणि / काराविज्जइ एसो वारतिगमुवरि पडिसेहो परिसुद्धस्स उ तह पुप्फपायजोगेण दंसणं पच्छा / ठितिसाहणमुवबूहण हरिसाइपलोयणं चेव // 78 // अह तिपयाहिणपुव्वं सम्मं सुद्धेण चित्तरयणेण / / गुरुणोणुवेयणं सव्वहेव दढमप्पणो एत्थ / . // 79 // 210 = // 74 // = = // 76 // // 77 // =