________________ वयणं तोसा अकरणणियमो एतीऍ एत्थ वत्थुम्मि / रन्नो सोगा उस्सग्ग देवया अच्छि णिव थेज्जं // 703 // एत्थेव मंतिधूया एरिसिया बुद्धिसुन्दरी नाम / पासायतले दिट्ठा रना अज्झोववन्नो य // 704 // चेडीपेस अणिच्छे मंतिग्गह मंतभेयकवडेण / पत्तियण मोक्ख तब्बंदि धरण कहणम्मि संवेगो // 705 // तन्निव्वत्तणचिंता देसण निब्बंध तक्कहा चेव / नियविद्धरूवमयणासुचिभरियसमप्पणे साऽहं // 706 // निवतोस एरिस च्चिय छड्डिहिसि न जातु भंगखिवणा उ / साहु कयं निवहिरिया पावयरा हंत संवेगो // 707 // देसण निवसंबोही तुट्ठो परदारचागहरिसाओ। पससं अकरणणियमो मोयणा तहय सकारो // 708. / / एत्थेव सेट्ठिधूया एरिसया रिद्धिसुंदरी नवरं / परिणीया सड्ढेणं धम्मेणं तामलित्तीए // 709 // परतीर वहण भंगे अण्णागमदिट्ठराग धम्मस्स / . खेवो भंगे जीवण मिलणा कहणम्मि संवेगो // 710 // अन्नत्थ गमण ठाणं इयरस्स वि मच्छभत्तओ वाही / देवा तत्थागमणं दंसण पतिकहणमाणयणं // 711 // आसासण वेज्जाण य पुच्छणा किरिय सम्म पडियरणं / इयरस्स हिरिय देसण संवेगातो ततो बोही // 712 // पन्नवण किं करेमी ? परदारच्चायमेव परमधिती / एत्तो अकरणणियमो एयंसि वणागमागमणं // 713 // एत्थेव एरिसि च्चिय गुणसुंदरिसन्निया पुरोहसुया / तप्पुरबडु रागोढा सावत्थि पुरोहियसुएण // 714 // 171