________________ चलिया य जण्णयत्ता सण्णायगमिलणमंतरा चेव / मायपियभायमाई सो वि णियत्तो समं तेहिं // 655 // तेणेहिं गहिय मुसिया मुक्का ते बिंति सो इमो साहू / अम्हेहिं गहियमुक्को तो बेई अम्मगा तस्स // 656 // तुब्भेहिं गहियमुक्को ? आमं, आणेह बेइ तो छुरियं / जा छिदेमि थणं णणु किं ते सेणावई भणइ . // 657 // . दुज्जम्मजायमेसो दिट्ठा तुझे तहा वि न वि सिटुं। . कह पुत्तो त्ति अह ममं किह ण वि सिटुंति धम्मकहा // 658 // आउट्टो उवसंतो मुक्को मज्झं पि तंसि माइ त्ति / सव्वं समप्पियं से वइगुत्ती एव कायव्वा // 659 // काइयगुत्ताहरण अद्धाणपवण्णगो महासाहू। आवासियम्मि सत्थे ण लहइ तहिं थंडिलं किंचि // 660 // लद्धं चऽणेण कहवी एगो पाओ जहिं पइट्ठाइ / (ता) तहिं ठिएगपाओ सव्वं राइं तहिं थद्धो .. // 661 // ण य अत्थंडिलभोगो तेण कओ तत्थ धीरपुरिसेणं / सक्कपसंसा देवागमो य तह भेसणमखोहो // 662 // सीतग्गह संपाडणमचलणमंगाण दुक्कडं सम्मं / / सुरवंदणा पसंसण अईव लोगेणमुक्करिसो // 663 // एवंविहो उ भावो गुणठाणे हंदि चरणरूवम्मि / होति विसिट्ठखउवसमजोगओ भव्वसत्ताणं // 664 // देहाऽसामत्थम्मि वि आसयसुद्धी ण ओघओ अन्ना। . चरणम्मि सुपुरिसो ण हि तुच्छो वि अकज्जमायरति // 665 // दव्वादिया न पायं सोहणभावस्स होति विग्धंकरा / बज्झकिरियाओ य तहा हवंति लोगे वि सिद्धमिणं // 666 // 12