________________ मूइंगलियारक्खणगयचित्तो हत्थिणा समुक्खित्तो / मिच्छादुक्कडसंवेगवुड्डिओ यतिदुगक्खवणं . // 427 // वेमाणियसुहमाणुस सुद्धाचारपरिपालणाणिरओ / सत्तट्ठजम्ममज्झे चक्की होऊण संसिद्धो // 428 // अन्ने वि महासत्ता अतियारजुया वि तप्फलं भोत्तुं / संसुद्धमग्गनिरया कालेणमणंतगा सिद्धा // 429 // एवं ओसहणायं भावेअव्वं निउणबुद्धीए / असमयसमयपओगा विहिसइपरिवालणाओ य // 430 / / होंति अकालपयोगो निरत्थगो तहऽवगारपरओ य / हंदि हु सदोसहस्स वि नियमा लोगे वि सिद्धमिणं // 431 // घणमिच्छत्तो कालो एत्थ अकालो उ होति नायव्वो / कालो य अपुणबंधगपभिती धीरेहिं निद्दिट्ठो . // 432 // निच्छयओ पुण एसो विन्नेओ गंठिभेयकालो उ / एयम्मी विहिसतिवालणा हि आरोग्गमेयाओ // 433 // इहरा वि हंदि एयम्मि एस आरोग्गसाहगो चेव / पोग्गलपरियट्टद्धं जमूणमेयम्मि संसारो एयम्मि एयजोगे ण विवज्जयमेति पायसो जीवो। . समुवत्थियकल्लाणो ण हु .तव्विवरीयगो होति // 435 // नो परलोओ न जिणा ण धम्म मो गंडपील सीलं तु / नत्थट्टमिया य तहा एमादि न मन्नई एसो // 436 // दोसावेक्खा चेवं सम्मं कालो सदोसहगओ वि / कुसलेहिं मुणेयव्वो सइ वेज्जगसत्थनीईए // 437 // कह णु अकालपओगे एत्तो गेवेज्जगाइसुहसिद्धी / णणु साहिगओसहजोगसोक्खतुला मुणेयव्वा // 438 // // 434 // . 153