________________ जइ संतं उवलद्धी किन्नो पुव्वं पि ? ओघतो अस्थि / ण य एवं उवलब्भइ पत्तेयं तेसु चेयण्णं अह तस्सेस सहावो समुदयधम्मो तदा य होइ त्ति / पत्तेयं च असंते न जीवभावो त्ति वामोहो . // 61 // अह धम्मी तत्तंतरसिद्धो अब्भुवगमम्मि य पदोसो। . धणिमित्तेण तु भेया ण न्य भूतेहिं तदुप्पत्ती // 62 // जं कारणाणुरूवं कज्जं भूयाणमणणुरूवं च / चेतन्नं भणियमिणं सिय संगसरेहि वहिचारो // 63 // . संगं पि भूयसमुदयरूवं हंदि उ सरो वि तह चेव / / इय अणुरूवत्तं चिय भेदे तत्तंतरावत्ती // 64 // सिय वइचित्तं दिटुं सहावभेदेण भूतकज्जाणं / चेतन्नस्स वि एवं तकज्जत्तम्मि किमजुत्तं ? // 65 // जमखिलतक्कज्जाणं, विलक्खणं सव्वहा अमुत्तादि / तस्साहव्वम्मि (व्वे वि) य किमिह कोसपाणं विणा माणं ? // 66 // तब्भावम्मि य भावो ण परासुरचेयणो जतो काओ / दीसइ ण तत्थ वाऊ सति सुसिरे सो कह ण होज्जा ? // 67 // ' ण य तं कए वि दीसइ पाणापाणूणऽभावतो णो चे / णो जीवाभावातो किमेत्थ माणं ति वत्तव्वं? // 68 // तेयाभावातो ण तं उवणीते तम्मि पावती भावो / अह सो विसिट्ठगो च्चिय वइसिटुं किंकतं तस्स ? // 69 // अह नु सभावकयं चिय ण पमाणमिहावि साहगं किंचि ? | अप्पतरं दीसिज्जा तदभावे सेसभावातो // 70 // तह पुढवादिसमुदया किं कुसलकया ण होइ चेतनं ? / सव्वत्थ अविसेसेणं जत्तेण वि कीरमाणं तु // 71 //