________________ एयम्मि पुनखेत्ते तेणं कालो कओ सुविहिएणं / तत्तो समाहिलाभो अन्ने उ पुणो वि तल्लाभा // 211 // जस्स जहिं गुणलाभो खेत्ते कम्मोदयाइहेऊओ। तस्स तयं किल तित्थं तहासहावत्तओ केई // 212 // आराहिऊण ततियं सो कालगतो तहिं महासत्तो / वेमाणिएसु मतिमं उववन्नो इड्डिजुत्तेसु // 213 // इयरो उज्जेणीए जियवंदण वसहिजायणा साहू / भद्दागेहम्मी जाणसालत्थाणं णलिणिगुम्मे // 214 // सवणमवंतीसुकुमाल विम्हय सरणं विराग गुरुकहणा / पव्वामि उस्सुगोऽहं करेमि तह अणसणं सिग्धं // 215 // जणणी पुच्छमणिच्छे मा हु सयंगहियलिंगमो दाणं / कंथारिंगिणि सिवपेल्ल जाम जाणूरुपोट्ट मओ // 216 // अहियासिऊण तग्गयचित्तो उववनगो तहिं सो उ / / गंधोदगादि गुरुसाहणं च भदाएँ वहुयाणं // 217 // गोसम्मि तहिं गमणं मयकिरिया देसणा गुरूणं च / पव्वयणं णावनातीए पुत्तो त्ति आयतणं // 218 // एमादुचियकमेणं अणेगसत्ताण चरणमाईणि / काऊण तओ वि गतो विहिणा कालेण सुरलोयं // 219 // दुण्ह वि जहजोगत्तं तहापवित्ती अणेगहा एसा / भणिया णिउणमतीए वियारियव्वा य कुसलेणं // 220 // कप्पेऽतीते तक्किरियजोगया फासिया महागिरिणा / तह गच्छपालणेणं सुहत्थिणा चेव जतितव्वं // 221 // एवं उचियपवित्ती आणा. आराहणा. सुपरिसुद्धा / थेवा वि होति बीयं पडिपुन्नाए ततीए उ // 222 // 135