________________ खुड्ग पारिव्वाई जो जं कुणइ त्ति काइगा परमं / अण्णे उ कागविट्ठा पुच्छाए विण्हुमग्गणया // 91 // मग्गम्मि मूलकंडरि अज्झुववाए कुडंगि पसवत्थं / जायणं पेसण रमणे आगमहासे पडग्गहणं // 92 // इत्थी वंतरि सञ्चित्थि तुल्ल तीयादि कहण ववहारे / हत्थाविसए ठावण गह दीहागरिसणे णाणं // 93 // पतिदुग तुल्ला ण परिच्छ पेसणा वरपियस्स आईओ। इहराऽसंभव भुज्जो समगगिलाणे असंघयणी // 94 // पुत्ते सवत्तिमाया डिंभग पइमरण मज्झ एसऽत्थो / किरियाऽभावे भागा दो पुत्तो बेइ णो माया // 95 // महुसित्थ करुब्भामिय रय जाली दिट्ठ किणण पतिकहणा / गमणअदंसण तहठाण पासणा दुट्ठसील त्ति // 96 // मुद्दिय पुरोह णासावलाव गह मंति रण्णपरिपुच्छा / सिट्टे जूए मुद्दागहलाभ परिच्छियप्पिणणा // 97 // अंकेवंचिय पल्लट्टयम्मि तह सीवणा विसंवयणं / अण्णे भुयंग छोहिय अंकिय गोचेडिगामुयणं // 98 // णाणेवंचिय पल्लट्ट णास कालेण नवर विण्णाणं / अन्ने नरिंददेवय उट्ठाणं टंकओ झत्ति // 99 // भिक्खुम्मि वि एवं चिय भुयंग तव्वेस णास जायणया / अण्णेऽवाउडवसही खरिचीवरडाह उड्डाहो // 100 // चेडग निहाणलाभे भद्ददिणंऽगार गहणऽपुण्ण त्ति / - इयरेण लेप्पवाणरणिमंतणा चेडऽपुण्ण त्ति // 101 // सिक्खा य दारपाढे बहुलाहऽवरत्तमारसंवाए। गोमयपिंडणदीए ठिति त्ति तत्तो अवक्कमणं // 102 // 125