________________ // 84 // तुट्ठो राया सव्वेसिमुवरि मंतीण ठाविओ एसो। परिपालियं च विहिणा तं बुद्धिगुणेण एएणं // 79 // पणिए पभूत लोमसि भक्खणजय दारणिप्फिडगमोए। चक्खण खद्धा विक्कय भुयंग दारे अणिप्फेडो // 80 // रुक्खे फलपडिबंधो वाणरएहिं तु ले? फलखेवो / अण्णे अभक्खणिज्जा इमे, फला पंथवहणाओ . // 81 // खुड्डग मंति परिच्छा सेणियगम सुमिण सेट्ठि णंदऽभए / / मुद्दा कूवतडग्गह छाणुग जणणीपवेसणया // 82 // पडजुण्णादंगोहलि वच्चय ववहार सीसओलिहणा / अण्णे जाया कृत्तण तदण्ण संदंसणा णाणं // 83 // सरडऽहिगरणे सन्ना वोसिरदरि वाहि दंसणावगमो / अण्णे तव्वण्णिगचेलणाण पुच्छाइ पुरिसादी कागे संखेवं चिय विण्णायड सट्ठि ऊण पवासाई / अण्णे घरिणि परिच्छा णिहि फुट्टे रायऽणुण्णाओ. // 85 // उच्चार वुड्ढ तरुणी तदण्णलग्ग त्ति नायमाहारे / पत्तेय पुच्छ सक्कुलि सण्णावोसिरण णाणं तु // 86 // गयतुलणा मंतिपरिक्खणत्थ नावाइ उदगरेहाओ / पाहाणभरण तुलणा एवं संखापरिण्णाणं // 87 // घयणोऽणामयदेवी रायाऽऽह ण एव गंधपारिच्छा। णाते हसणा पुच्छण कह रोसे धाडुवाहठिती // 88 // गोलग जउमय णक्के पवेसणं दूरममण दुक्खम्मि। . तत्तसलागा खोहो सीयलग्गाढ त्ति कड्णया // 89 // खंभे तलागमज्झे तब्बंधण तीरसंठिएणेव / खोंटग दीहा रज्जू भमाडणे बंधणपसिद्धी // 90 // 124