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________________ १५वीं (2) अवचूरि (3) अवचूरि (4) वृत्ति (5) चूर्णि 12. आतुरप्रत्याख्यान (1) विवरण (2) अवचूरि (3) अवचूरि (4) टीका 13. भक्तपरिज्ञा (1) अवचूरि 14. संस्तारक प्रकीर्णक (1) अवचूरि (2) अवचूरि 15. गच्छाचार प्रकीर्णक (1) वृत्ति 16. दशाश्रुतस्कन्ध (1) टीका (2) टीका भुवनतुंगसूरि सोमसुन्दरसूरि विनयराजगणि विजयसेनसूरि गुणरत्नसूरि धर्मघोपसूरि भुवनतुंगसूरि सोमसुन्दरसूरि गुणरत्नसूरि गुणरत्नसूरि भुवनतुंगसूरि हर्पकुल ब्रह्मर्पि मतिकीर्ति १५वीं १५वीं 1697 जैन स्थानक लुधियाना में प्राप्त 17. बृहत्कल्पसूत्र १६वीं 18. जीतकल्प 19. उत्तराध्ययन सूत्र 1274 1441 1552 1550 1711 (1) अवचूरि सौभाग्यसागर (2) बृहत्कल्पादि साधुरंग उ० __ छेदग्रंथलघुभाष्यादि टिप्पण (1) वृत्ति श्रीतिलकसूरि (1) अवचूरि ज्ञानसागरसूरि (2) वृत्ति . विनयहंस (3) वृत्ति कीर्तिवल्लभगणि (4) लघुवृत्ति तपोरन वाचक (5) दीपिका माणिक्यशेखरसूरि (6) टीका अजितदेवसूरि (7) चूर्णि गुणशेखर (8) टीका वादी हर्पनन्दन (9) मकरन्द धर्ममन्दिर (10) टीका उदयसागर (11) दीपिका हर्पकुल. (12) वृत्ति मुनिचन्द्रसूरि. (13) अवचूरि. ज्ञानशीलगणि. (14) दीपिका. चारित्रचन्द्र. (15) टीका. मणिकीर्तिशिष्य. (16) टीका. राजशील. (17) टीका उदयविजय (18) टीका नगर्पि (1) नियुक्ति अवचूरि सोमसुन्दरसूरि (2) नियुक्ति अवचूरि सुधावर्धनगणि (3) नियुक्ति अवचूरि धर्मसुन्दर 1750 1546 1723 १८वीं 20. आवश्यक सूत्र 1540 1500 लेख संग्रह 15
SR No.004446
Book TitleLekh Sangraha Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherRander Road Jain Sangh
Publication Year2011
Total Pages374
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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