________________ 23 परिशिष्टः-१२ - आराधनापताकाऽन्तर्गत चतुःशरणदुष्कृतगर्दा-सुकृताऽनुमोदना चउस्सरणं आरोवियवयपारो संवेगपरो पउत्तवरविणओ / घउगइभवभयभीओ चउरो सरणे अह करेइ / / 234 / / अरहत सिद्ध साहू' धम्मो जिणमासिओ हमे घउरो / घठगइदुहनिहलणे सरणं पावेइ सुकपत्ये / / 5 / / अरहत-सरण : अरहताणं सरणं भवभयहरणं करेह संविग्गो / सिरकमलरइयकरकमलकोरओ सहारेसं सगो // 36 / / गन्मट्टियतिभाणा ने सुरवइबिहियचवणकलाणा / करसमिणसूइयाणणा सरणं ते हंत जगसरणा IR37 // घुवमड्वरत्तजम्मा छप्पनकुमारिविहियसुइकम्मा / सुरवावविश्यणम्माभिसेयकम्मा गिणा सरणं / 238 / / लोगतियपडिबोहियकयवच्छरदाणगहियवरचरणा / बयसमगजायमणपज्नबा जिणा हुतु मे सरणं IR39 / / हणिठं विसय"-कसाए, जिणि इदिय परीसहे पुस / महियासिय षेपणामो', सहउँ दिब्बाइक्सग्गे" IR40 / / मारत्त सबझाण, चिठं सगचत्त घाइपयडीओ / पयडियकेवलनाणा भर्षतु मे सरणमरिहत्ता IRRI ओसरियसमोसरणे पडिसेंबिय पाटिहेरवरपूर्य / सेषिय बुद्धाइसए षयणाइसए प पणतीसं 242 / / काठं तित्यपवित्ति, घउहा धम्म कहित्तु परिसाए / छित्तुमसंखनियाणं संदेहे एगषयणेण / / 24 / / अडसहसलक्खणधरा, अट्ठारसदोसरहिय सुरमहिया / मुक्खसुई अरहंता अरिहंता हुतु मे सरणं IR44|| सिखसरणं : अरिहतसरणवरणलपक्खालियपावपकसुहगतो / सिरहयपाणिकमलो पडियन्ना मिसरण ति IR45 / / हडकम्मघणकहसंचयं सुबमाणमलणेण / दहिऊण सिर्व पता सरणं मे ते सिवा IR46|| 'बीणमानाणवरणाइएहि' आवा 'म-कीह पमुहेहिं / इगतीसाए गुणेहि समिद्ध सिबा समा अरणे Rsti प्राण-तवमुग्गरेणं चगइसंसारधारगागारं / मंजिय पंचमगामणुपत्ता सिदा मम सरणं Inweal जेऽणतनाण-दसण-चौरिय-सहलवाणतचठसहिया / भवदुक्ख-सुक्खरहिया लोयग्गठिया, अरिहमहिया IR41| साईअपज्जवसिया, तित्थाऽतित्याइपंचवसमेया / सिद्धा लिणिंदमणिया, तिलोयचूडामणी सरगं IR50|| जत्य न जरा, न मच्च, म वाहिणो, नेव परिभवो, न मयं / न य तन्हा, मेव छुहा, न पारवस, नचोहार्ग IR59|| न य दोणया, न सोगो, म पियविमोगो, नऽणिसंजोगो / न य सीयं, न य उह, न य सतायो, म पालि / 5 / / तत्य सिवे ने पत्ता तीय-पडप्पण्ण-ऽणागया सब्वे / निरुवमसुहा, भदेहा, ते सिद्धा हुतु मे सरणं / 253 / / साहुसरण: सिदसरणबुधारानिब्याविषपावकम्मवणदावो / मिलियउत्तमंगो परिवाना. महणो सरणं // 24 // दुखरपंचमहब्बयनुत्ता, 'समिईस सह उपउत्ता / नवबंभातिगुत्ता, सतरमविहमजमुण्णुता // 355 / / विगहा कसायचता, दसविनाधम्मपालणपसत्ता / छन्नीववहविरता, सिवसुकरता महासत्ता 56 / / समतिणमणि-अरिमिता, पसंतचित्ता सया वि अपमता / हाइनिम्ममत्ता, तिगुतिगुता मुणी सरणं / / 5 / / कयनक्कप्पविहारा, मध्यससीलंगसहसगुणधारा / गहियसगवतदूसणसुखाहारा गुणी सरणं / / 8 / /