________________ "चौबीस तीर्थंकर एवं महाश्रमण महावीर प्र.35.चौबीस तीर्थंकरों के नाम अंकित कीजिये। उ. 1.ऋषभदेव 2. अजितनाथ 3. संभवनाथ 4. अभिनंदन स्वामी 5. सुमतिनाथ 6. पद्मप्रभु 7. सुपार्श्वनाथ 8. चन्द्रप्रभु 9. सुविधिनाथ 10. शीतलनाथ 11. श्रेयांसनाथ 12. वासुपूज्य स्वामी 13. विमलनाथ 14. अनन्तनाथ 15. धर्मनाथ 16. शान्तिनाथ 17. कुंथुनाथ 18. अरनाथ 19. मल्लिनाथ 20. मुनिसुव्रत स्वामी 21. नमिनाथ 22. नेमिनाथ 23. पार्श्वनाथ 24. महावीर स्वामी। प्र.36. सम्यक्त्व प्राप्ति के बाद चौबीस तीर्थंकरों ने कितने भव किये? __1. ऋषभदेव ने तेरह 2. शांतिनाथ ने बारह 3. अरिष्टनेमि ने नौ 4. पार्श्वनाथ ने दस 5. महावीर स्वामी ने सत्ताईस 6. शेष उन्नीस तीर्थंकरों ने तीन-तीन भव किये। प्र.37.चौबीस तीर्थंकरों के संदर्भ में जानकारी दीजिये। उ. 1. सम्यक्त्व प्राप्ति के पश्चात् एक मात्र महावीर नरक में गये। 2. समस्त तीर्थंकर देवलोक से आये थे। 3. चौबीस तीर्थंकरों में से मल्लिनाथ एवं अरिष्टनेमि बाल ब्रह्मचारी थे, शेष सभी ने विवाह किया था। 4. चौबीस तीर्थंकरों में से 12वें, 19वें, 22वें, 23वें, 24वें तीर्थंकर ने राज शासन नहीं किया, शेष राजा बने। 5. चौबीस तीर्थंकरों में से 19वें एवं 20वें तीर्थंकर हरिवंश के थे, शेष सभी इक्ष्वाकुवंशीय थे। 6. चौबीस तीर्थंकरों में से ऋषभदेव को दीक्षा के 400 दिन बाद, शेष 23 तीर्थंकरों को दूसरे दिन भिक्षा उपलब्ध हुई। 7. चौबीस तीर्थंकरों में से ऋषभदेव, वासुपूज्य, अरिष्टनेमि एवं महावीर स्वामी क्रमशः अष्टापद, चंपापुरी, गिरनार और पावापुरी में, शेष 20 तीर्थंकर सम्मेतशिखर में निर्वाण पद को प्राप्त हुए। 8. ऋषभ, नेमि और महावीर, ये तीनों परमात्मा पद्मासन में एवं शेष 21 तीर्थंकर कायोत्सर्ग आसन में मोक्ष पधारे। प्र.38. चौबीस तीर्थंकरों के कुल कितने साधु साध्वी थे? उ. साधु- 28 लाख 48 हजार / साध्वियाँ - 48 लाख 70 हजार 8 सौ।