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________________ खाखरा, ममरा, खाजा, मुंगरी, मक्की प्र.526. कुछ महिनों बाद त्याज्य पदार्थ के फुले, सांकली, घर के बिस्कुट, कौनसे हैं? बेसन की चक्की, मैसूर पाक आदि उ. सूखा मेवा, हरी पत्ती (धनिया, पदार्थों का कार्तिक शुक्ला पूर्णिमा से कोथमीर, पत्ता गोभी) छुहारा आदि फाल्गुन शुक्ला चतुर्दशी तक एक का विशेष जीवोत्पत्ति के कारण महिने का काल है। फाल्गुन शुक्ला फाल्गुन सुदि पूनम से कार्तिक सुदि पूर्णिमा से आषाढ शुक्ला चतुर्दशी चतुर्दशी, इन आठ महिनों तक त्याग तक बीस दिन का काल है। चातुर्मास करना चाहिये। में पन्द्रह दिन का काल है। इसके चातुर्मास में पापड़ एवं बड़ी का तथा बाद जीवोत्पत्ति होने की संभावना से आर्द्रा नक्षत्र लगने के साथ आम का तथा उससे बनी वस्तुओं का त्याग त्याग करना चाहिये। करना चाहिये। ***** * 203
SR No.004444
Book TitleJain Jivan Shailee
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManitprabhsagar, Nilanjanashreeji
PublisherJahaj Mandir Prakashan
Publication Year2012
Total Pages346
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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