________________ महाभारत में कहा गया है कि रात में प्र.521.रात्रि भोजन सम्बन्धी चतुर्भंगी खाना मांस खाने के समान एवं - बताओ। पानी पीना खून पीने के समान है। उ. (1)रात में बना भोजन रात में खाना रात्रि भोजी के जप-तप, तीर्थयात्रा, ___ अशुद्ध/निषिद्ध। सब निष्फल जाते हैं। रात्रि भोजन (2)रात में बना भोजन दिन में खाना त्यागी स्वर्ग एवं मोक्ष फल पाते हैं। __ अशुद्ध/निषिद्ध। पद्मपुराण में रात्रि भोजन को नरक (3)दिन में बना भोजन रात में खाना का द्वार कहा गया है। . . __ अशुद्ध/निषिद्ध। रात्रि भोजन त्यागी को एक महीने में (4)दिन में बना भोजन दिन में खाना पंद्रह उपवास का लाभ मिलता है। शुद्ध/स्वीकार्य।