________________ 123. वही-पं. धीरूभाई कृत विवेचन 124. योगदृष्टि समुच्चय 125. अध्यात्मसार 126. पुण्य प्रकाश स्तवन 127. योगदृष्टि समुच्चय 128. वही 129. वही 130. वही 131. वही 132. वही 133. योगसूत्र पातञ्जल 134. वही 135. व्यास योगसूत्र 136. योग एज फिलोसोफी एन्ड रिलीजन दासगुप्ता 137. योगदृष्टि समुच्चय 138. वही 139. वही 140. पातञ्जल योगदर्शन 141. व्यास योगसूत्र 142. योगदृष्टि समुच्चय 143. पातञ्जल योगसूत्र 144. वही 145. योगदृष्टि समुच्चय 146. वही 147. वही 148. वही 149. योगसूत्र पा. 150. योग एज फिलोसोफी एन्ड रिलिजन दासगुप्ता 151. योगशतक मूल तथा टीका 152. वही 153. योगसूत्र पातञ्जल 154. योगशतक टीका 155. पातञ्जल योगसूत्र 156. आवश्यक नियुक्ति 157. योगदृष्टि समुच्चय 158. योगबिन्दु गा. 57 पृ. 224 गा.५८ से 62 प्रबन्ध-१, अधिकार 4 गा. ढाल 4/1,2 गा. 63 से 65 गा. 88 से 90 गा. 98 से 100 गा. 143 से 152 गा. 15 गा. 54 से 57 पा. 2/29 पा. 2/54 पा. 2/54 पृ. 147 गा. 160 गा. 15 गा. 162 से 166 पा. 3/1 पा. 3/1 गा. 170 से 172 पा. 2/29 पा. 3/2 गा. 175, 177 गा.१५ गा. 178, 179 गा. 181 से 186' पा. 3/3 पृ. 147, 148 गा.८३ गा.८४ पा. 3/51 गा. 24 पा. 3/46 गा. 779, 780 गा. 205 गा.२ | आचार्य हरिभद्रसूरि का व्यक्तित्व एवं कृतित्व VII षष्ठम् अध्याय 1438