________________ 1/12 1/49 1/50 8 से 10 1/27 2, सू. 105 209. नवतत्त्व 210. प्रथम कर्मग्रंथ टीका 211. प्रथम कर्मग्रंथ 212. श्रावक प्रज्ञप्ति टीका 213. प्रथम कर्मग्रंथ टीका 214. प्रज्ञापना टीका 215. प्रथम कर्मग्रंथ टीका 216. प्रथम कर्मग्रंथ 217. कर्मप्रकृति टीका 218. जीव विचार 219. प्रथम कर्मग्रंथ 220. स्थानांग 221. तत्त्वार्थ सूत्र 222. श्रावक प्रज्ञप्ति 223. उत्तराध्ययन सूत्र 224. प्रज्ञापना सूत्र 225. कर्मप्रकृति 226. तत्त्वार्थ सूत्र 227. कर्मग्रंथ 228. धर्मसंग्रहणी 229. तत्त्वार्थ भाष्य 230. श्रावक प्रज्ञप्ति टीका 231. उत्तराध्ययन सूत्र 232. तत्त्वार्थ भाष्य 233. स्थानांग 234. धर्मसंग्रहणी 235. उत्तराध्ययन सूत्र 236. तत्त्वार्थ सूत्र 237. प्रथम कर्मग्रंथ 238. श्रावक प्रज्ञप्ति टीका 239. उत्तराध्ययन सूत्र 240. तत्त्वार्थ सूत्र 241. प्रशमरति 242. कर्मग्रंथ 243. श्रावक प्रज्ञप्ति गा. आचार्य हरिभद्रसूरि का व्यक्तित्व एवं कृतित्व VIN 25 33/35 . 23/2 101 8/13 1/52 622 . 8/13 25 33/15 8/13 2/105 622, 623 33/15 8/15 26 5 से 15 8/7 से 15 1/3 से 31 12 से 16 VA पंचम अध्याय | 386