________________ 1/138 610 13, 14 पृ. 1, 10 8/7 611 15 25/17/8 13 612 15 पृ. 11 16 22 10, सू. 736 15, पृ. 11 613 104. पंच संग्रह आ. 105. धर्मसंग्रहणी 106. श्रावक प्रज्ञप्ति टीका 107. प्रथम कर्मग्रन्थ 108. सर्वार्थ सिद्धि 109. प्रथम कर्मग्रंथ टीका 110. धर्मसंग्रहणी 111. ' श्रावक प्रज्ञप्ति टीका 112. जीव प्राभृत 113. प्रथम कर्मग्रंथ 114. धर्मसंग्रहणी 115. श्रावक प्रज्ञप्ति टीका 116. प्रथम कर्मग्रंथ 117. गौम्मटसार जीवकाण्ड 118. प्रथम कर्मग्रंथ 119. स्थानांग सूत्र 120. श्रावक प्रज्ञप्ति टीका 121. धर्मसंग्रहणी 122. विशेषावश्यक भाष्य 123. प्रथम कर्मग्रंथ टीका 124. श्रावक प्रज्ञप्ति टीका 125. प्रज्ञापना सूत्र 126. कर्म प्रकृति 127. तत्त्वार्थ भाष्य 128. गौम्मटसार जीवकाण्ड 129. पंचाध्यायी 130. जीव प्राभृत 131. प्रथम कर्मग्रंथ टीका 132. श्रावक प्रज्ञप्ति टीका 133. सर्वार्थ सिद्धि 134. प्रथम कर्मग्रंथ टीका 135. तत्त्वार्थ भाष्य 136. श्रावक प्रज्ञप्ति टीका 137. गौम्मटसार जीवकाण्ड 138. श्रावक प्रज्ञप्ति टीका गा. [ आचार्य हरिभद्रसूरि का व्यक्तित्व एवं कृतित्व VIIII 1227 16 23/2 56 8/10 283 1/40 546/71/12 17 8/6 . 8/10 286 17 पृ. 13 ब पंचम अध्याय | 383