________________ स्था. 2, उद्दे.१, सू.१५ सू. 2 98. स्थानांग सूत्र 99. नन्दीसूत्र 100. विशेषावश्यक भाष्य 101. नन्दीसूत्र 102. नन्दी हारिभद्रीयवृत्ति 103. नन्दी सूत्र 104. विशेषावश्यकभाष्य 105. स्थानांग सूत्र 106. नन्दीहारिभद्रीयवृत्ति 107. न्यायविनिश्चयप्रस्तावना 108. ललितविस्तरा 109. ललितविस्तरा पञ्जिका 110. न्यायविनिश्चय 111. ललितविस्तरावृत्ति 112. तर्कभाषा 113. स्याद्वाद मञ्जरी 114. तर्क भाषा 115. ललित विस्तरा पञ्जिका 116. ललित विस्तरा वृत्ति 117. शास्त्रवार्ता समुच्चय टीका 118. प्रमाणनय तत्त्वालोक 119. तर्क भाषा 120. तर्क भाषा संस्कृत विवरण 121. षड्दर्शन समुच्चय 122. वही 123. षड्दर्शन समुच्चय टीकान्तर्गत 124. धर्मसंग्रहणी 125. वही 126. तत्त्वार्थ सूत्र 127. तत्त्वार्थ हारिभद्रीय टीका 128. धर्मसंग्रहणी स्था.२, उद्दे.१, सू.१५ पृ. 57 पृ. 38 पृ. 184 पृ. 187 पृ. 39 पृ. 199 पृ. 10 पृ. 143 पृ. 10 पृ. 199 पृ. 2000 पृ. 270 स्त.१ परिच्छेद-१/२ सू. पृ. 10 पृ. 120 का. 56 का. 58 पृ. 393 गा. 1221 गा. 1270 सू. 1/6 सू. 1/6 गा. 820 [ आचार्य हरिभद्रसूरि का व्यक्तित्व एवं कृतित्व VIA IMINA तृतीय अध्याय | 2400