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________________ sw o ugovo आगम निबंधमाला प्रत्येक प्रत्याख्यान में आगार :| - तप नाम | आगार संख्या आगार क्रमांक 1. नवकारसी में - 2 पहला,दूसरा 2. पोरिसी में |1,2,3,4,5,6 3. पूर्वार्द्ध (पुरिमड्ड)में |1,2,3,4,5,6,7 4. एकासन में 1,2,6,7,8,9,10,11 5. एकलठाणा में 1,2,6,7,8,10,11 6. निवी में 1,2,6,7,11,12,13,14,15 7. आयंबिल में 1,2,6,7,11,12,13,14 8. उपवास में 1,2,6,7,11, 9. दिवस चरिम में | 4 1,2,6,7 १०.अभिग्रह में 1,2,6,7 कौन सा आमार किस तप में : तप संख्या में से तप क्रमांक या विवरण 1. अनाभोग सभी में 2. सहसाकार सभी में 3. प्रछन्नकाल | पोरसी में, दो पोरसी में 4. दिशा मोह पोरसी में, दो पोरसी में 5. साधु वचन . पोरसी में, दो पोरसी में 6. सर्वसमाधि प्रत्यागार नवकारसी सिवाय सभी में 7. महत्तरागार | नवकारसी पोरसी में नहीं,शेष में / 8. सागारिकागार एकासणा, एकलठाणा में 9. आकुंचन प्रसारण एकासणा में 10. गुरु अभ्युत्थान एकासणा, एकलठाणा में 11. परिष्ठापनिकागार ४,५,६,७,८नंबर के प्रत्याख्यान में 12. लेपालेव निवी आयंबिल में 13. उत्क्षिप्त विवेक निवी आयंबिल में 14. गृहस्थ संसृष्ट निवी आयंबिल में 15. प्रतीत्य मृक्षित निवी में गार नाम में
SR No.004413
Book TitleAgam Nimbandhmala Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTilokchand Jain
PublisherJainagam Navneet Prakashan Samiti
Publication Year2014
Total Pages256
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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