________________ दृष्टि को वृत्ताकार घुमाना + अभ्यास. 4 अभ्यास 4 : दृष्टि को वृत्ताकार घुमाना विधि शरीर को अभ्यास 3 की स्थिति में ही रखिये लेकिन बायाँ हाथ बाएँ घटने पर और दायीं मुट्ठी दाएँ पैर से थोड़ी ऊपर रखिए / दायाँ अंगूठा ऊपर की ओर हो और दायीं भुजा सीधी रहे / एक बड़ा घेरा बनाते हुए दाएँ अंगूठे को दायीं ओर ले जाइये, फिर ऊपर की ओर, उसके बाद बायीं ओर और अन्त में प्रारम्भिक स्थिति में आ जाइये / इस दौरान बिना सिर हिलाए हुए आँखों को घूमते हुए अंगूठे पर केन्द्रित रखिए / इसे 5 बार बायीं ओर तथा 5 बार दायीं ओर से घेरा बनाकर दोहराइये / इसी प्रक्रिया को बाएँ अंगूठे से कीजिये / अन्त में आँखें बन्द करके विश्राम कीजिये।