________________ उदराकर्षणासन अभ्यास 7 अभ्यास 7 : उदराकर्षणासन विधि हाथों को घुटनों पर रखते हुए पंजों के बल उक बैठ जाइये / जितना सम्भव हो सके, धड़ को दाहिनी ओर मोड़ते हुए शरीर के पीछे की तरफ देखिये / साथ ही साथ बाएँ घुटने को जमीन पर झुकाइये। . .. हथेलियाँ घुटनों पर रहें। प्रारम्भिक स्थिति में लौट आइये / इसी प्रकार शरीर को विपरीत दिशा में मोड़कर कीजिये / प्रत्येक दिशा में शरीर को 10 बार मोड़िये / . लाभ आमाशय की बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों के लिये यह बहुत उपयोगी आसन है, क्योंकि यह पाचक अंगों एवं मांसपेशियों को संकुचित करता और फैलाता है। यह पेट और आँतों को साफ करने वाली क्रिया, शंख प्रक्षालन (जिसका वर्णन इसी पुस्तक में आगे किया गया है) के दौरान किये जाने वाले आसनों में से एक है। कब्ज से पीड़ित लोगों को यह आसन नियमित रूप से करना चाहिये / 44