________________ . महामुद्रा . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . .. . : ::::::::::: . .. -. - -.-.. . .- -. . महामुद्रा महामुद्रा - विधि भूमि पर इस विधि से बैठिये कि दाहिने पैर की एड़ी गुदाद्वार के नीचे रहे तथा बायाँ पैर शरीर के सामने फैला रहे। इतना सामने झुकिये कि आप दोनों हाथों से बायें पैर के अंगूठे को पकड़ सकें। पूरे शरीर को शिथिल कीजिये। दीर्घ पूरक कीजिये। मूलबन्ध एवं शाम्भवी मुद्रा का अभ्यास कीजिये / अंतरंग कुम्भक लगाते हुए चेतना को क्रमशः मूलाधार, विशुद्धि एवं आज्ञा चक्र में घुमाइये / प्रत्येक चक्र पर चेतना को मात्र एक या दो सेकेण्ड तक रखिये। श्वास रोकने की क्षमतानुसार चेतना को मूलाधार, विशुद्धि, आज्ञा, मूलाधार, विशुद्धि, आज्ञा, आदि पर घुमाते रहिए। चित्र में दर्शाये लघु वृत्त चेतना बिन्दु को स्पष्ट करते हैं। ___ अब धीरे से रेचक कीजिये। 317