________________ मूर्ण प्राणायाम .... ...0000 . 0000. .-..- - .mms...... . 00... ... ..mmi .. मूळ प्राणायाम मूर्ण प्राणायाम विधि इस प्राणायाम के लिए स्थिर और अचल आसन की आवश्यकता है। . पद्मासन या सिद्धासन उत्तम हैं। सिर को पीछे मोड़कर आकाशी मुद्रा करते हुए पूरक कीजिए / पूरक दोनों नासिका - छिद्रों से दीर्घ परन्तु धीरे हो / अन्तरंग कुम्भक कीजिये / शाम्भवी मुद्रा करते हुए स्थिर रहिये / भुजाओं को एकदम सीधा रखिये। घुटनों को हाथों से दबाइये। हाथों को मोड़ते हुए तथा सिर को सामने पूर्व स्थिति में लाते हुए रेचक कीजिये / नेत्र बन्द ही रहें। सम्पूर्ण शरीर को कुछ सेकेण्ड के लिए शिथिल कीजिये / शारीरिक एवं मानसिक रूप से शान्ति एवं हल्केपन का अनुभव कीजिए। यह अभ्यास की एक आवृत्ति है। क्रिया की पुनरावृत्ति कीजिये। 284