________________ शीतकारी प्राणायाम शीतकारी प्राणायाम शीतकारी प्राणायाम .. शीतली प्राणायाम की भाँति ही है तथा अभ्यास-विधि में भी समानता :: है। केवल जिला की स्थिति में भिन्नता है। जिला को मुँह के भीतर पीछे की ओर इस विधि से मोड़िये कि उसके अग्र भाग़ का स्पर्श ऊपरी तालु से हो / दाँतों की पंक्तियों को एक-दूसरे पर रखिये / होठों को अधिक से अधिक फैलाइये। पूरक दाँतों से कीजिये। - अन्य विवरण शीतली प्राणायाम की तरह ही हैं। 277