________________ अन्तिम स्थिति नटराज आसन 1 ( अन्तिम स्थिति ) विधि प्रथम स्थिति की भाँति ही है / अंतर इतना है कि इसके अभ्यास में पीछे मोड़े गये पैर के टखने को पकड़कर अंगूठे को पकड़ा जाता है। पीछे मुड़े हुए दाहिने हाथ की. केहुनी ऊपर की ओर मुड़ी रहे / हाथ एवं पैर की उपरोक्त स्थिति के कारण दाहिना पैर सिर के भाग पिछले के अधिक से अधिक समीप रहेगा। पराने अभ्यासी पैर के अंगूठे का स्पर्श सिर के पीछे कर सकते हैं या दोनों हाथों से अंगूठे को पकड़ सकते हैं / टिप्पणी प्रारंभिक आसन में सफलता प्राप्ति के उपरांत ही इसका अभ्यास किया जाये। शेष विवरण पहली स्थिति की भाँति ही है। 228