________________ नटराज आसन पहली स्थिति नटराज आसन 1 ( पहली स्थिति ) . विधि: सीधी खड़ी स्थिति में दाहिने पैर को पीछे की ओर मोड़कर अधिक से अधिक ऊपर ले जाइये / दाहिने हाथ से पैर के टखने को पकड़िये / बायें हाथ को सामने करते हुये धड़ को सामने कुछ ऊपर उठाइये / बायें हाथ से चिन्मुद्रा कीजिये और इस पर दृष्टि केन्द्रित कीजिये। समय .. क्षमतानुसार प्रत्येक पैर से अधिकतम समय तक अन्तिम अवस्था में रहने / ____ का प्रयत्न कीजिये। एकाग्रता आध्यात्मिक : भ्रूमध्य पर। लाभ तंत्रिका-तंत्र में संतुलन लाता है, पैरों की मालिश करता है तथा शरीर में / नियंत्रण एवं मानसिक एकाग्रता लाने में सहायता करता है। 227