________________ वातायनासन प्रथम अवस्था.. अंतिम अवस्था वातायनासन विधि सीधे खड़े होकर किसी दृश्य बिंदु पर चित्त को एकाग्र कीजिये। बायें घुटने को मोड़कर बायें पाँव को दाहिनी जाँघ पर सामने रखिये जैसे कि अर्ध पद्मासन में किया जाता है। दोनों हाथों को प्रार्थना की मुद्रा में छाती के सम्मुख रखिये / दाहिने पैर को मोड़िये। जितना संभव हो, शरीर को मोड़िये। संभव हो तो बायें घुटने को जमीन पर टिका दीजिये। 224