________________ पूर्व हलासन पूर्व हलासन पूर्व हलासन विधि पीठ के बल लेट जाइये / हाथों की मुट्ठियाँ नितम्बों के नीचे रखिये। . नितम्बों का वजन उन पर रहे / पैर सीधे रहें / उन्हें ऊपर उठाइये / 45 . अंश का कोण बनाते हुए उन्हें सिर से ऊपर लाइये। . दोनों पैरों को एक-दूसरे से दूर कीजिए / पुनः उन्हें समीप लाइये / अब धीरे-धीरे प्रारम्भिक स्थिति में आ जाइये / दस बार कीजिए। श्वास लेटी हुई स्थिति में पूरक कीजिये। पैरों को उठाते, दूर करते तथा नीचे लाते समय श्वास रोकिये / प्रारंभिक अवस्था में आने पर रेचक कीजिये / एकाग्रता आध्यात्मिक : विशुद्धि चक्र पर / शारीरिक एवं मानसिक : चुल्लिका ग्रंथि, उदर या श्वसन - क्रिया पर / क्रम ___ इसके पश्चात् पीछे मुड़ने वाला आसन कीजिये / सीमाएँ साइटिका - दर्द एवं स्लिप डिस्क की अवस्था में वर्जित है। लाभ यह पेड़ को तनाव रहित, वृक्कों को व्यवस्थित, आँतों को क्रियाशील तथा एकत्रित चर्बी की मात्रा को कम करने में उपयोगी है। 202