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________________ भू नमनासन प्रथम स्थिति द्वितीय स्थिति भू नमनासन भूनमनासन विधि पैरों को सामने सीधे फैलाकर बैठ जाइये / मेरुदण्ड सीधा रहे। . दोनों हाथों को बायें नितम्ब के बाजू में रखिये। ऊपरी धड़ बायीं ओर 90 अंश पर मोड़िये; नितम्ब न उठने पायें। शरीर को झुकाकर नासिका से भूमि को स्पर्श कीजिये / कमर तथा मुख को सीधे कर प्रारम्भिक स्थिति में आ जाइये। श्वास प्रारम्भिक स्थिति में श्वास लीजिये। झुकते समय श्वास छोड़िये / आवृत्ति प्रत्येक ओर अधिक से अधिक 10 बार अभ्यास कीजिये / एकाग्रता पृष्ठ प्रदेश की मांसपेशियों के शिथिलीकरण या श्वास - प्रक्रिया पर / लाभ यह आसन मेरुदण्ड तथा पीठ के निम्न प्रदेश का व्यायाम कराता है | पीठ की मांसपेशियों तथा नाड़ियों को क्रियाशील बनाता है। 186
SR No.004406
Book TitleAasan Pranayam Mudra Bandh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSatyanand Sarasvati
PublisherBihar Yog Vidyalay
Publication Year2004
Total Pages440
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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