________________ सीमाएँ - कमजोर हृदय वाले और उच्च रक्त-चाप से पीड़ित व्यक्ति न करें। लाभ यह आसन रीढ़ की मांसपेशियों को मजबूत तथा लचीला बनाता है। मेरुदण्ड के स्नायुओं और रक्त-शिराओं में ताजा रक्त पहँचाता है। जाँघों, पेट व गर्दन की मांसपेशियों को स्वस्थ व मजबूत बनाता है। यह शरीर को शिथिलीकरण व आराम देने के लिए उत्तम आसन है। .. 158